गुम चोट
खुला घाव होता तो दिखा भी देते
खून रिसता होता, तो बता भी देते
अब क्या शिकायत करें किसी से
जब अपनों ने दी हो, सिर्फ गुम चोट |
अपने आंसु की वजह क्या बताएं अब
उतरे चेहरे का सबब क्या समझाएं तुम्हे
पढ़ सको तो पढ़ लो तुम ही
हमारी ख़ामोशी में है एक गुम चोट |
RESTLESS